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जिस प्रकार डिटोल साबुन 99.9% कीटाणुओं का नाश करता है

  • Writer: ELA
    ELA
  • May 6
  • 1 min read

जिस प्रकार डिटोल साबुन 99.9% कीटाणुओं का नाश करता है, उसी प्रकार रुपया भी मनुष्य की 99.9% समस्याओं का समाधान करने में सक्षम होता है। चाहे बात हो स्वास्थ्य की, शिक्षा की, सुरक्षा की या सामाजिक सम्मान की — अधिकतर समस्याएँ तभी आसान लगती हैं जब जेब में पैसा हो। पैसे की ताकत वही समझ सकता है जिसने ज़िंदगी के असली संघर्ष देखे हों, जहाँ इरादे मजबूत हों लेकिन साधन कम। हाँ, पैसा सब कुछ नहीं है — मगर ये 'लगभग सब कुछ' जरूर है, और आज के समय में यह सच्चाई मान लेना ही व्यावहारिकता है।




जिस प्रकार डिटोल साबुन 99.9% कीटाणुओं का नाश करता है.!

उसी प्रकार रुपया भी मनुष्य की 99.9% समस्याओं का समाधान करता है..!!



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Just like Dettol soap kills 99.9% of germs! Similarly #money also solves 99.9% of man's problems..!!





रुपए का जलवा

डिटोल बोले गर्व से, "मैं हूँ सबसे खास,

99.9% कीटाणुओं का करता हूँ मैं नाश!"

रुपया मुस्कुराया, बोला ज़रा ठहरो,

मैं भी करता हूँ कमाल, चलो थोड़ा हिसाब करो।


जब पेट भरा हो, नींद भी मीठी आती है,

दवा-इलाज, पढ़ाई-लिखाई, सब सस्ती लगती है।

रिश्तों में मिठास भी टिकती है बस तब,

जब जेब में खनकता हो कुछ सिक्का या तब।


इज़्ज़त, सुविधा, स्टेटस की बात,

सबके पीछे रुपया ही तो है साथ।

भले कहो “पैसा ही सब कुछ नहीं,”

पर 99.9% समस्याएँ इससे ही सुलझती कहीं।


मूल्य भी है, भ्रम भी है ये रुपया,

कभी भगवान, कभी भस्मासुर बन जाता है ये रुपया।

पर सच्चाई यही है इस युग की दोस्त,

जिसके पास है पैसा — उसी की बात है मौज!



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