कुछ किरदारों की अहमियत इतनी होती है.।कि बिना उनके सारी महफ़िलें वीरान हो जाती हैं..।।
- ELA
- Jun 8
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"कुछ किरदारों की अहमियत इतनी होती है, कि बिना उनके सारी महफ़िलें वीरान हो जाती हैं" — यह पंक्ति उन खास लोगों की मौजूदगी की अहमियत को बड़ी खूबसूरती से बयां करती है, जो हमारी ज़िंदगी की रौनक होते हैं। कुछ लोग महज़ इंसान नहीं होते, बल्कि एहसास बनकर हर पल को जीवंत बना देते हैं। उनकी हँसी, उनका साथ, उनकी बातें किसी भी माहौल को महफ़िल में बदल देती हैं। और जब वही लोग न हों, तो भीड़ में भी एक खालीपन महसूस होता है। ये किरदार रिश्तों में रंग भरते हैं, और उनकी गैरमौजूदगी से सब कुछ अधूरा लगने लगता है। सच तो यह है कि कुछ लोग चले जाएँ, तो महफ़िलें नहीं, सिर्फ़ सन्नाटा रह जाता है।
कुछ किरदारों की अहमियत इतनी होती है.।
कि बिना उनके सारी महफ़िलें वीरान हो जाती हैं..।।

कुछ किरदारों की अहमियत इतनी होती है.।
कि बिना उनके सारी महफ़िलें वीरान हो जाती हैं..।।
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