उदास होने के लिए उम्र पड़ी है.।उठो संघर्ष करो सामने ज़िंदगी खड़ी है..।।
- ELA

- Jun 1
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"उदास होने के लिए उम्र पड़ी है, उठो संघर्ष करो सामने ज़िंदगी खड़ी है" — यह पंक्तियाँ हमें जीवन की वास्तविकता और उसकी चुनौतियों का सामना करने की प्रेरणा देती हैं। उदासी और निराशा जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन उनका समय बाद में भी आ सकता है। अभी जो समय है, वह कर्म और संघर्ष का है। अगर हम थककर बैठ जाएँगे तो जीवन की संभावनाएँ हमारे सामने से गुजर जाएँगी। इसलिए ज़रूरी है कि हम हर कठिनाई के सामने डटकर खड़े हों, अपने सपनों के लिए लड़ें और खुद को साबित करें। ज़िंदगी इंतज़ार नहीं करती, वह उसी का साथ देती है जो चलने का साहस रखता है।
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है.।
उठो संघर्ष करो सामने ज़िंदगी खड़ी है..।।

उदास होने के लिए उम्र पड़ी है.।उठो संघर्ष करो सामने ज़िंदगी खड़ी है..।।


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