किसी एक ऐसे इंसान की ज़रूरत होती है,
जिससे सब कुछ बेझिझक कह सकें।
जिससे दिल खोलकर सारी बातें की जा सकें—
अच्छी-बुरी, छोटी-बड़ी, बिना रुके, बिना डरे।
ठीक ऐसा कोई,
जो ध्यान लगाकर हर एक बात सुने।
जिससे मन की हर बात बिना सोचे, बहते हुए कह सकें,
और वो चुपचाप, पूरे मन से, सब कुछ सुनता जाए।
ऐसा कोई चाहिए,
जो सिर्फ सुने ही नहीं, बल्कि और जानने को उत्सुक रहे।
किसी एक की ज़रूरत होती है,
जो हमारे मन की उदासी बिना कहे समझ ले।
जो झूठी हँसी के पीछे छिपे दर्द को भी पढ़ ले,
और फिर हमारे चेहरे पर सच्ची मुस्कान लाने के लिए बेचैन हो जाए।
और तब हम उसे बस हैरानी से देखते रह जाएँ।
ऐसा कोई चाहिए,
जिससे बार-बार नाराज़ हो सकें,
हर छोटी बात पर रूठ सकें।
और वो बिना कुछ कहे समझ जाए,
कंधे पर सिर रखकर कह दे—"सॉरी"।
ऐसा कोई चाहिए,
जो हमें टूटने न दे, चाहे ज़िंदगी में कितनी भी निराशा या नाकामी क्यों न आए।
जो मुश्किल समय में हिम्मत दे, भरोसा दे, साथ निभाए।
किसी ऐसे की ज़रूरत होती है,
जिस पर आँख बंद करके भरोसा किया जा सके।
जो वक्त के साथ न बदले, चाहे दुनिया कितनी भी बदल जाए।
जिसके साथ अगर आधी रात को किसी डरावने सपने से नींद खुल जाए,
तो हम बस उसे कसकर गले लगा लें,
और वो धीरे से कहे—"डर मत, मैं यहीं हूँ, तेरे पास।"
कोई ऐसा भी चाहिए,
जो बीमार होने पर दवा न दे, तो भी माथे पर हाथ रख कर ताप देखे,
और बहुत प्यारी आवाज़ में कहे—
"उफ्फ, बुखार में तो बदन जल रहा है।"
और उसकी आँखें हमारी फिक्र में भर आएँ।
जिसके दिल में हमेशा यह डर बना रहे कि
कहीं वो हमें खो न दे।
ऐसा कोई चाहिए,
जो हमारी छोटी-छोटी ख्वाहिशों को भी समझे और पूरी करने की कोशिश करे।
जिससे जुड़ाव में कोई झिझक न हो,
जिस पर हमारा पूरा हक़ हो।
इस दुनिया में किसी ऐसे की ज़रूरत होती है,
जो हमारे आम से वजूद को भी खास समझे।
जिसके दिल में हमेशा हमारे पास होने की तड़प हो।
जो दूरी के बावजूद भी
हमारे लिए अपना प्यार, अहमियत और परवाह कम न करे।
ऐसा कोई चाहिए,
जो सिर्फ हमारे अच्छे नहीं,
बल्कि हमारे बुरे स्वभाव को भी बिना शिकायत के अपना ले।
हाँ, सच कहूँ तो,
इस दुनिया में हर किसी के पास
ऐसा कोई एक इंसान होना चाहिए,
जो उसे सँभाल कर रखे,
छोटे-छोटे प्यार और देखभाल से उसका मन भर दे।