घर की परेशानियां मुझ तक पहुंच नहीं पाती.।एक भाई है जो सब संभाल लेता है।💯
- ELA
- 12 minutes ago
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"घर की परेशानियां मुझ तक पहुंच नहीं पातीं, एक भाई है जो सब संभाल लेता है" — ये पंक्तियाँ उस अटूट रिश्ते की ताकत को बयां करती हैं जिसे हम "भाई" कहते हैं। भाई सिर्फ खून का रिश्ता नहीं होता, वह एक ढाल होता है, जो बिना कुछ कहे हर तूफ़ान को अपने ऊपर ले लेता है ताकि घर और उसके अपने सुरक्षित रहें। जब हालात बिगड़ते हैं, जब जिम्मेदारियाँ भारी लगती हैं, तब वही भाई चुपचाप सब कुछ संभाल लेता है — बिना शिकायत, बिना दिखावे। उसके मजबूत कंधे पूरे परिवार का सहारा बन जाते हैं। ऐसे भाई का होना किस्मत की बात होती है, क्योंकि वह नज़र नहीं आता, लेकिन हर मुश्किल में सबसे आगे खड़ा होता है — हमेशा।
घर की परेशानियां मुझ तक पहुंच नहीं पाती.।
एक भाई है जो सब संभाल लेता है।💯

घर की परेशानियां मुझ तक पहुंच नहीं पाती.।
एक भाई है जो सब संभाल लेता है।💯
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