आज कल के रिश्ते नौकरी की तरह हो गये है.।
- ELA
- Jun 21
- 2 min read
"आजकल के रिश्ते नौकरी की तरह हो गए हैं, बेहतर ऑफर मिलते ही चेंज हो जाते हैं" — यह पंक्ति आज की बदलती सोच और खोखले रिश्तों की हकीकत को उजागर करती है। जहां पहले रिश्तों में भावनाएं, समर्पण और स्थायित्व होता था, वहीं अब वे स्वार्थ, सुविधा और विकल्पों के आधार पर टिके हैं। लोग साथ तब तक निभाते हैं जब तक उन्हें उससे फायदा या सुकून मिलता है, लेकिन जैसे ही कोई और बेहतर, आसान या आकर्षक विकल्प दिखता है, वे बिना सोचे-समझे पुराना रिश्ता छोड़ देते हैं। अब रिश्ते निभाए नहीं जाते, केवल इस्तेमाल किए जाते हैं — और यही सबसे बड़ी त्रासदी है इस तेज़ रफ्तार, भावनाविहीन दौर की।
आज कल के रिश्ते नौकरी की तरह हो गये है.।
बेहतर ऑफर मिलते ही चेंज हो जाते है..।।
Nowadays relationships have become like jobs.
They change as soon as a better offer is received.

आज कल के रिश्ते नौकरी की तरह हो गये है.।
बेहतर ऑफर मिलते ही चेंज हो जाते है..।।
"अब रिश्ते निभाए नहीं, सिर्फ अपडेट किए जाते हैं – जैसे मोबाइल ऐप्स।"
"जहाँ ज़रा सी दिक्कत आई, वहाँ नया रिश्ता ढूंढ लिया गया।"
"आजकल लोग रिश्तों को भी ट्रायल पर रखते हैं, पक्का करने से पहले बदल देते हैं।"
"पहले रिश्ते दिल से जुड़ते थे, अब फायदे देखकर बनाए जाते हैं।"
"रिश्ते अब स्थिर नहीं रहे, जैसे ही नया ‘पैकेज’ दिखा, पुराना छोड़ दिया जाता है।"
"आज की दुनिया में वफादारी आउटडेटेड हो गई है, जैसे पुराने जॉब कॉन्ट्रैक्ट।"
"रिश्तों में अब इमोशन नहीं, प्रोमोशन देखा जाता है।"
"अब दिल नहीं, डील देखी जाती है – रिश्तों में भी।"
"जहाँ पहले साथ निभाने की कसमें होती थीं, अब टर्म्स एंड कंडीशंस होते हैं।"
"रिश्ते अब लाइफटाइम बॉन्ड नहीं रहे, बस करियर ऑप्शन बन गए हैं।"
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