क्या आपने अचानक नया बाइक खरीदने की सोची?
तो देखिएगा, बाहर निकलते ही एक के बाद एक बाइक आपकी नजरों के सामने आने लगेगी!
किसी से प्यार हो गया है?
तो अचानक उसकी तरह चेहरा, उसका नाम, उसकी पसंदीदा गाना—सब आपके आस-पास दिखने लगेगा!
यह महज एक इत्तेफाक नहीं है, बल्कि आपके मस्तिष्क की एक अद्भुत विशेषता है—Reticular Activating System (#RAS)।
RAS आपके मस्तिष्क का एक फ़िल्टरिंग सिस्टम है, जो आपकी रुचि, ध्यान और सोच के अनुसार जरूरी जानकारियाँ छांटकर आपके सामने लाता है।
आप जिस तरफ ध्यान देंगे, आपका दिमाग उसी तरफ फोकस करना शुरू कर देता है।
उदाहरण के लिए:
अगर आप दिनभर सोचते हैं:
"मुझसे कुछ नहीं होगा",
"मेरे साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है?",
"क्यों वह मुझे छोड़ गया?"
तो आपका दिमाग इन्हीं नकारात्मक विचारों में उलझा रहेगा।
लेकिन अगर आप सोचें:
"मैं कल क्या नया सीख सकता हूँ?"
"परीक्षा में खुद को कैसे बेहतर साबित कर सकता हूँ?"
"ऐसे कौन-से स्किल्स हैं जो मेरा करियर बदल सकते हैं?"
तो आपका दिमाग खुद-ब-खुद नए-नए आइडियाज और अवसरों को ढूंढना शुरू कर देगा।
दिमाग उसी को उगाता है, जो आप उसमें बोते हैं।
अगर आप विचारों के रूप में संभावना, सकारात्मकता और विकास बोते हैं—तो वैसा ही परिणाम मिलेगा।
एक छोटा सा उदाहरण:
अगर आप बार-बार अपने 'X' को सोचेंगे, तो मन उदास हो जाएगा।
और अगर आप अपने नए जीवन के बारे में सोचेंगे, तो खुद को तराशने की प्रेरणा मिलेगी!
इसलिए, दोस्त,
अपने दिमाग को सही "खुराक" दीजिए—अच्छे विचार, अच्छी योजनाएं और स्पष्ट लक्ष्य।
आपका जीवन वहीं जाएगा, जहां आप अपना ध्यान केंद्रित करेंगे।
सोच बदलो, ज़िंदगी बदल जाएगी।