“खूबसूरती सिर्फ चेहरे में नहीं, नजर में होती है”(अगर आपको अपनी बीवी अच्छी नहीं लगती, तो उसे खूबसूरत बनाया जा सकता है)
अर्जुन एक साधारण नौकरीपेशा व्यक्ति था — समय पर ऑफिस जाना, वापस आना, टीवी देखना, और फिर अगले दिन वही दिनचर्या।उसकी शादी सीमा से हुई थी — एक सीधी-सादी, गांव की लड़की, जिसकी बातें भोली थीं और चेहरे पर सादगी थी।
शादी के शुरू में सब ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे अर्जुन को लगने लगा कि सीमा में “कुछ कमी” है।वह सोचता — “क्यों नहीं ये बाकी औरतों की तरह तैयार होती? क्यों नहीं थोड़ा मॉडर्न बनती?”ऑफिस में उसकी सहकर्मी रीमा हर दिन सजे-धजे कपड़ों में आती, आत्मविश्वास से बात करती, और अर्जुन अनजाने में उसकी तुलना अपनी पत्नी से करने लगा।
धीरे-धीरे अर्जुन के मन में दूरी आने लगी।वह अब सीमा से कम बात करता, उसकी तारीफ करना तो दूर, कभी-कभी उसकी हँसी पर भी ताना कस देता —“थोड़ा देखो खुद को, कोई अंदाज़ है तुम्हारा?”
सीमा कुछ नहीं कहती।बस मुस्कुराकर चुप हो जाती, पर अंदर ही अंदर टूटती जाती।
एक दिन सीमा अपने मायके चली गई कुछ दिनों के लिए।वहां उसकी बड़ी बहन ने पूछा, “क्या हुआ? तू पहले जैसी खुश नहीं दिखती।”सीमा ने धीमे से कहा, “शायद अर्जुन को मैं अब अच्छी नहीं लगती।”
बहन मुस्कुराई और बोली —“खूबसूरत दिखना हर औरत के बस में नहीं होता,पर खूबसूरत बनना हर औरत कर सकती है — अगर कोई उसे सच्चा अपनापन दे।”
यह बात सीमा के मन में बैठ गई।
वह अपने भीतर झाँकने लगी।उसने सोचा — “शायद मुझे भी खुद से प्यार करना सीखना चाहिए।”उसने अपने बाल कटवाए, नए कपड़े लिए, और सुबह-सुबह योग करना शुरू किया।धीरे-धीरे उसकी आँखों में आत्मविश्वास लौटने लगा।
कुछ हफ्तों बाद जब वह वापस आई, तो अर्जुन दरवाज़ा खोलते ही ठिठक गया।सीमा वही थी — लेकिन कुछ अलग लग रही थी।वह पहले की तरह साधारण कपड़ों में थी, पर उसके चेहरे पर एक चमक थी, जो मेकअप से नहीं, आत्मसम्मान से आई थी।
अर्जुन हैरान था।वह सोच नहीं पा रहा था कि यह वही सीमा है, जिसे वह “साधारण” समझता था।
सीमा ने हँसकर कहा —“कैसे हो अर्जुन?”अर्जुन कुछ पल तक उसे देखता रहा और बस इतना ही बोला — “तुम बदल गई हो।”
सीमा ने मुस्कुराकर जवाब दिया —“नहीं अर्जुन, मैं वही हूं… बस अब खुद को थोड़ी इज़्ज़त देने लगी हूं।”
उस रात अर्जुन देर तक सोचता रहा।उसे एहसास हुआ कि सीमा तो हमेशा वही थी — बस वह खुद उसकी खूबसूरती देखना भूल गया था।वह सादगी में मुस्कुराती थी, पर वह स्टाइल ढूंढ रहा था।वह उसकी थकान में भी सुकून देती थी, पर वह सजावट खोज रहा था।
अगले दिन उसने पहली बार सीमा से कहा —“तुम आज बहुत खूबसूरत लग रही हो।”
सीमा मुस्कुराई, लेकिन इस बार उसकी आंखों में हल्की नमी थी — वह जानती थी कि अब यह तारीफ दिल से आई है।
दिन बीतते गए।अर्जुन ने सीमा का साथ देना शुरू किया।वह उसे नए कपड़े दिलाता, उसकी पसंद की फिल्में देखता, कभी साथ टहलता।धीरे-धीरे सीमा और खिलने लगी — क्योंकि अब वह सिर्फ खुद के लिए नहीं, बल्कि उस प्यार के लिए भी सजती थी जो उसे मिलने लगा था।
अर्जुन को अब समझ आ गया था —
“खूबसूरती जन्म से नहीं आती,वह स्नेह, सम्मान और साथ से निखरती है।”
सीख:अगर आपको अपनी बीवी अच्छी नहीं लगती,तो उसे छोड़ा नहीं जाता — संवारा जाता है।हर औरत के अंदर खूबसूरती होती है,बस किसी की सच्ची नज़र उसे पहचानने की देर होती है।
क्योंकि खूबसूरती चेहरे में नहीं, नज़रों में होती है।और जो पुरुष अपनी पत्नी की कद्र करना सीख लेता है,वह खुद सबसे खूबसूरत ज़िंदगी जीने लगता है। ❤️
अगर आपको अपनी बीवी अच्छी नहीं लगती।
तो उसे खूबसूरत बनाया बनाया जा सकता है।
अगर आपको उसके हाथ पैरों के बाल अच्छे नहीं लगता तो उनकी वैक्सिंग कराया जा सकता है।अगर आपको उसके बाल अच्छे नहीं लगता तो उन्हें पार्लर ले जाकर उनकी कटिंग करवाइए। अगर उनका चेहरा चिकना और चमकदार नहीं लगता है।
तो 3,4 हजार की लागत लगाइए और पार्लर ले जाकर उनका फेशियल करवाइए और अगर बीवी के बदन से आपको पसीने की महक आती है तो फिर उनसे मजदूरों की तरह काम करने की जगह उन्हें थोड़ा सा आराम दीजिए जिससे वह अपने लिए समय निकले और अपने साफ सफाई पर ध्यान दें ।आपको अपनी बीवी के चेहरे पर चमक महसूस नहीं होती है तो फिर उन्हें सुबह-शाम जूस पिलाये,अनार और मुसम्मी का और उन्हें दूध ,फल खिलाएं यकीन कीजिए आपकी बीवी भी बहुत सुंदर दिखने लगेगी। थोड़ा सा उसके कामों में भी हाथ बटाएं वह भी अकेली थक जाती है।
और अगर आप यह सब नहीं कर सकते तो अपना मुंह बंद रखिए और इधर-उधर मुंह करना #बंद कीजिए।
जैसी बीवी मिली है उसी से गुजारा कीजिए ।
क्योंकि जिन चिकनी चमेलियों की आप ज्यादा तारीफ करते थकते नहीं है ना वह भी इससे ज्यादा ही खर्च करके ही सुंदर बनी हुई है और एक दिन भी अगर आपकी बीवी की तरह काम कर लिया ना तो उनकी सारी खूबसूरती धरी की धरी रह जाएगी
बुरा मत मानिए कहा तो सही है।
अब ध्यान दीजिएगा अपनी बीवी पर।😃😃
