राहुल हमेशा से सीधा-सादा और दिल का साफ़ इंसान था। उसकी परवरिश ऐसे माहौल में हुई थी जहाँ उसने सीखा था कि रिश्तों की नींव भरोसे और वफ़ादारी पर टिकी होती है। जब उसकी शादी पायल से हुई तो उसने मन ही मन सोच लिया था कि अब उसका जीवनसफर सिर्फ़ और सिर्फ़ पायल के नाम होगा।
राहुल सुबह से लेकर रात तक मेहनत करता, ताकि घर को सुख-सुविधाओं से भर सके। वह पायल की हर छोटी-सी ख्वाहिश पूरी करने की कोशिश करता। अगर पायल नाराज़ होती तो राहुल बिना सोचे-समझे उसे मनाने में जुट जाता। उसका मानना था कि औरत की मुस्कान ही घर को रोशन करती है।
लेकिन धीरे-धीरे पायल ने राहुल की इस भलमनसाहत को उसकी कमजोरी समझना शुरू कर दिया। राहुल का हर समझौता, हर चुप्पी, हर वफ़ादारी पायल के लिए कोई मायने नहीं रखती थी। वह अक्सर छोटी-छोटी बातों पर राहुल को सबके सामने जलील कर देती – कभी रिश्तेदारों के सामने, कभी दोस्तों के बीच।
"तुमसे तो कुछ होता ही नहीं, नाकारा इंसान हो!" – ये शब्द राहुल ने न जाने कितनी बार सुने थे।दिल पर चोट गहरी लगती थी, लेकिन वह खामोश रहता। क्योंकि उसके लिए घर का सम्मान सबसे ऊपर था।
राहुल की वफ़ादारी और नेकदिल इंसान होने का इनाम उसे तानों और जिल्लत के रूप में मिलता रहा। बाहर की दुनिया में सब उसे एक आदर्श पति मानते, लेकिन अंदर ही अंदर राहुल टूट रहा था।
रातों को वह अकेले बैठकर सोचता –"क्या गलती है मेरी? मैं दिल से वफ़ादार हूँ, ग़लत रास्तों से हमेशा दूर रहा, घर और पत्नी के लिए ही जीता हूँ… तो फिर क्यों वही औरत मुझे सबसे ज्यादा जलील करती है, जिसके लिए मैं सबकुछ करता हूँ?"
असलियत यही थी कि औरत कभी-कभी उसी मर्द को हल्के में ले लेती है, जो उसके लिए सबसे ज्यादा सच्चा और वफ़ादार होता है। क्योंकि वह जानती है कि यह आदमी उसे छोड़कर कहीं नहीं जाएगा। उसका यही विश्वास धीरे-धीरे अहम और हक़ में बदल जाता है।
आख़िरकार एक दिन राहुल ने चुप्पी तोड़ी। उसने पायल से कहा –"पायल, तुम सोचती हो कि मैं तुम्हारी हर बात मान लेता हूँ तो मैं कमजोर हूँ। लेकिन याद रखना, मेरा दिल साफ़ है, मैंने कभी तुम्हारा भरोसा नहीं तोड़ा। अगर मैं चुप रहा हूँ तो इसलिए कि मैं तुमसे प्यार करता हूँ। लेकिन अब अगर मेरी वफ़ादारी को मेरी कमजोरी समझोगी, तो यह तुम्हारी सबसे बड़ी भूल होगी।"
उस दिन पहली बार पायल को एहसास हुआ कि राहुल जैसा इंसान हर किसी की किस्मत में नहीं होता। उसकी आँखों में नमी थी, और दिल में पछतावा…
👉 यही सच्चाई है –ज़्यादातर औरतें उसी मर्द को सबसे ज्यादा जलील करती हैं, जो मर्द दिल का साफ़, अच्छा और उनके लिए वफ़ादार होता है। लेकिन जब उन्हें एहसास होता है, तब तक अक्सर बहुत देर हो चुकी होती है।
