सिर्फ इतना कहना काफी नहीं है कि "मैं तुमसे प्यार करता हूँ", बल्कि हर बीतते दिन के साथ उसे ये महसूस कराओ कि तुम्हारा प्यार सच्चा है।
शब्द सुंदर होते हैं, लेकिन असली असर तो हमारे कामों का होता है, जो सीधे उसके दिल तक पहुँचते हैं।
प्यार सिर्फ कहने की बात नहीं है, ये इस बात से साबित होता है कि हम एक-दूसरे को हर दिन कैसा महसूस कराते हैं।
जब वो कुछ कहे, तो ध्यान से सुनो। ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव में उसके साथ खड़े रहो।
उसे अपने सब्र से, अपनी नम्रता से, और उसकी भावनाओं को समझने की कोशिश से ये दिखाओ कि वो तुम्हारे लिए कितनी खास है।
प्यार तो उन छोटी-छोटी बातों में छिपा होता है जो हम रोज़मर्रा की ज़िंदगी में करते हैं।
छोटे-छोटे ख्याल रखने में, चुपचाप किए गए बलिदानों में, और उन पलों में जब शब्द कम पड़ जाते हैं लेकिन साथ होना काफी होता है।
क्योंकि जब दिन खत्म होता है और सब शांत हो जाता है, तो वही प्यार जो दिखाया गया... वही प्यार सबसे ज्यादा महसूस किया जाता है।
और जो प्यार महसूस किया जाए... वही प्यार सच्चा होता है — हमेशा के लिए रहने वाला।