जो तुम्हें असहज कर दे।
जो अपने ही तन में
और अपनी ही संगत में
पूरी तरह सहज महसूस करती हो।
जो अपनी कमज़ोरियों से वाकिफ़ हो,
और जिसे कभी भी उड़ जाने का हुनर आता हो।
क्योंकि चलते निशाने पर वार करना मुश्किल होता है,
ख़ासकर उस पर जो चलते-चलते सीखती हो —
हमेशा सीखती हो,
हमेशा बढ़ती जाती हो।
उस औरत से प्यार करो
जिसकी एक किताबों की सूची हो,
जो उसने ख़ुद से वादा किया है पढ़ने का।
और जिसे पता हो
कहाँ तुम्हें अपने निशान छोड़ने हैं।
जिसके पेट में आग हो,
और उसे जलाए रखने का जुनून भी।
उस औरत से प्यार करो
जो भीतर से इतनी खूबसूरत हो
कि तुम उसकी आत्मा को देखते रह जाओ।
ऐसी औरत से प्यार करो
जो बहुआयामी हो —
जिसमें हों स्तर,
परतें,
कुछ अंधेरे कोने,
और वो मोड़
जिन्हें तुम्हें खोजना होगा।
उसकी उलझनों से प्यार करो,
उसकी अजीब आदतों से भी।
सिर्फ उसकी शक्ल से प्यार मत करना;
प्यार करो उन पहलुओं से
जिन्हें दुनिया अक्सर नज़रअंदाज़ कर देती है।
किसी ऐसे से प्यार करो
जो तुमसे बेहतर हो,
जो तुम्हारे साथ क़दम से क़दम मिला कर चले।
और जब वो मिल जाए,
पूरे दिल से उससे प्यार करना।
उसे ये एहसास दिलाना
कि वो भी तुम्हारे प्यार में
बिना डरे उतर सकती है।
फिर चाहे कुछ भी हो जाए,
उसे कभी टूटने मत देना।