जितना ज़्यादा आप उसके साथ सेक्स करते हैं, उतनी ही ताकत उसके पास होती है आपको बर्बाद करने की।
(उद्देश्य के बिना यौन संबंध पुरुषों के लिए भावनात्मक आत्महत्या है)
चलो मर्दों की तरह बात करते हैं।
क्योंकि आप में से कई लोग ऑर्गैज़्म को जीत समझ रहे हैं।
आपको लगता है कि ज़्यादा सेक्स मतलब आप कंट्रोल में हो?
नहीं। आप खुद खेल का हिस्सा बन चुके हो।
हर बार जब आप उसके साथ सोते हो, आपके दिमाग में कुछ ऐसा होता है जिस पर आपका कोई काबू नहीं होता।
आप उससे जुड़ने लगते हो,
आप कमज़ोर पड़ने लगते हो,
और आप बकवास को सहने लगते हो।
आपकी मर्दानगी की धार? गायब।
आपकी भावनात्मक स्थिरता? हाइजैक हो चुकी है।
आपका मक़सद? अब उसके शरीर से मुकाबला कर रहा है।
उसे कोई टोना-टोटका नहीं चाहिए। सेक्स ही उसका जादू है।
वो आपके दिमाग में घुस जाती है बिना दिमाग को छुए।
वो आपके ख़यालों में बस जाती है बिना किराया दिए।
आप सुबह उठते हो उसी के ख्याल में।
रात को उसी की भूख में सोते हो।
और बस उसी एक्सेस को बनाए रखने के लिए आप उसकी हर बात मानते हो।
आप सोचते हो कि आप रिलेशनशिप में हो। लेकिन असल में? आप जाल में फंसे हो।
आप अपनी खुद की क़ीमत, सिर्फ कुछ पलों की ख़ुशी में गिरवी रख चुके हो।
आप उसकी बेइज़्ज़ती को बर्दाश्त कर रहे हो क्योंकि आपको फिर से शुरुआत करने से डर लग रहा है।
आप उससे प्यार नहीं करते — बस अकेले होने से डरते हो।
जितना ज़्यादा सेक्स होता है, उतना ही आप अंदर से कमज़ोर बनते जाते हो।
आप रेड फ्लैग्स को अनदेखा करने लगते हो।
आप उसके ग़लत रवैये को माफ़ करते हो।
आप लीड करने की बजाय उससे दिशा मांगते हो।
और क्या होता है?
वो सब नोटिस करती है।
और फिर वो आपका सम्मान खो देती है।
क्योंकि कोई औरत उस मर्द का सम्मान नहीं करती जिसे वो सिर्फ अपने शरीर से कंट्रोल कर सकती है।
आप उसके रक्षक से उसकी कठपुतली बन जाते हो।
एक लक्ष्य वाले मर्द से बस एक बिस्तर वाले मर्द बन जाते हो।
कुछ रिश्ते सिर्फ इसलिए जिंदा हैं क्योंकि सेक्स अच्छा है।
आप उसका स्वभाव पसंद नहीं करते,
आप उसके किरदार पर भरोसा नहीं करते,
आप उसके साथ कोई भविष्य नहीं देखते…
लेकिन सेक्स?
उसने आपको सम्मोहित कर रखा है।
अब आप फंसे हो — एक ऐसे चक्र में जो हर दिन आपकी आत्मा को खत्म कर रहा है।
साफ़-साफ़ बात ये है: सेक्स ग़लत नहीं है।
लेकिन उद्देश्य के बिना सेक्स बहुत खतरनाक है।
अगर वो आपकी पत्नी नहीं है, या आपके लंबे सफर का हिस्सा नहीं है —
तो आप जीत नहीं रहे, आप बर्बादी में फंस चुके हो।
समय की बर्बादी
ऊर्जा की बर्बादी
भाग्य की बर्बादी
डिसिप्लिन ही असली पावर है।
औरतों का पीछा कोई भी कर सकता है,
लेकिन एक असली राजा वो होता है जो अच्छे सेक्स को ठुकरा सके एक बेहतर भविष्य के लिए।
अपनी भूख पर काबू रखो — वरना वही भूख तुम्हें कंट्रोल करेगी।
मक़सद को चुनो, मज़ा नहीं।
ताक़त को चुनो, गुलामी नहीं।
अपना मिशन चुनो, उसका बिस्तर नहीं।
क्योंकि जितना ज़्यादा आप सेक्स करोगे, उतनी ही ताक़त उसे मिलेगी आपको तोड़ने की।
और जब तक आपको होश आएगा...
वो जा चुकी होगी — आपका दिमाग, आपकी ऊर्जा और आपकी काबिलियत लेकर।