प्रेम में समर्पण करना सबसे कठिन है,
सबके बस की बात नहीं।
प्रेम करना कठिन नहीं, प्रेम करना भी मुश्किल नहीं, .
पर असली कठिनाई तब है, जब तुम किसी से प्रेम करो और पूरी तरह उसी के हो जाओ। बिना किसी शर्त के, चाहे तुम्हें दुनिया में कोई कितना ललचाएं, चाहे कोई कितना भी आकर्षित लगें, तुम फिर भी उसके ही रहो एक ही शक्स से ये करना सबसे कठिन है l
और
मेरा अनुभव है कि यह सबसे आसान और सकुन वाली जीवन शैली है की आप केवल किसी एक के लिए जी रहे हों... क्योंकि केवल एक शख्स से प्रेम में अखंड डूबने के बाद प्रेम तुम्हें जहां ले जाये, तुम निर्भय होकर जाओ....
प्रेम हर जगह तुम्हें कीमती अनुभव देगा....
और जहां सारी दुनिया कहती है,
वहा मत जाना, रुकना, यह मत करना
अगर प्रेम कहता हो तो वहां भी जाना,
प्रेम को उसके सब रूपों में अनुभव करना है
