एक ऐसे पुरुष की कल्पना करो जो सिर्फ़ इसलिए पीछा करना न छोड़े क्योंकि उसने तुम्हारा दिल जीत लिया है।
वो हर दिन तुम्हारे लिए हाज़िर रहता है।
अब भी सुबह “सुप्रभात, सुंदरि” कहकर तुम्हें मैसेज करता है।
अब भी सबके सामने तुम्हारा हाथ थामे रखता है।
अब भी तुम्हें इस दुनिया की सबसे खास औरत होने का एहसास कराता है।
तुम्हें ऐसा ही प्यार मिलना चाहिए।
ऐसा प्यार जो कभी सुस्त न पड़े।
एक ऐसा पुरुष जो कभी लापरवाह न हो जाए।
कोई ऐसा जो लगातार कोशिश करता रहे—
सिर्फ़ तुम्हें पाने के लिए नहीं, बल्कि तुम्हें हमेशा बनाए रखने के लिए।
तुम ज़्यादा भावुक नहीं हो।
तुम ज़्यादा तीव्र नहीं हो।
तुम ज़्यादा महत्वाकांक्षी नहीं हो।
तुम ज़्यादा स्वतंत्र नहीं हो।
तुम वैसी ही हो जैसी तुम्हें होना चाहिए—
मजबूत। कोमल। शक्तिशाली।
और पूरी तरह उस प्यार की हकदार जो तुम्हारी चमक से डरता नहीं, बल्कि उसे प्रतिबिंबित करता है।
तुम एक ऐसे साथी की हकदार हो जो तुम्हारी तरक्की पर गर्व करे,
जो तुम्हारे उठने पर खुद को छोटा महसूस न करे,
जो खुद को तुम्हारे साथ खड़ा होने के लिए भाग्यशाली समझे—तुम्हारे पीछे चलने में हीन नहीं।
कभी भी ऐसे प्यार से समझौता मत करो जो अस्थिर हो, शर्तों पर टिका हो या थका देने वाला हो।
तुम एक पुरस्कार हो, और जो सही होगा, वो इसे समझेगा,
इसका आदर करेगा,
और हर रोज़ तुम्हें इसका एहसास कराएगा।