(हर पुरुष को अपने जीवन में इसे समझना चाहिए)
1. आत्म-सम्मान सबसे बड़ी ताकत है। इसे किसी के लिए भी न खोएं।
2. अपने लुक्स में निवेश करें। यह सिर्फ़ आपके लिए है। जब आप अच्छे दिखते हैं, तो अच्छा महसूस करते हैं।
3. जो पुरुष अपनी इच्छाओं पर काबू पा ले—
सेक्स की
भोजन की
वही वास्तव में शक्तिशाली होता है।
यौन इच्छाओं पर नियंत्रण ही आपकी सफलता या असफलता तय करेगा।
4. जब आपके दोस्त आपकी मदद नहीं कर पाएं तो उन्हें जज मत कीजिए,
वो भी अपने संघर्षों से जूझ रहे हैं।
5. अगर आप उसे खोने से डरते हैं, तो आप उसे ज़रूर खो देंगे।
क्योंकि वो आपसे ज़्यादा ताकतवर हो चुकी है।
वो डरे, आप नहीं। आप उसके राजा हैं।
6. सबसे बड़ा धोखा वहीं देते हैं, जिन पर आप सबसे ज़्यादा भरोसा करते हैं।
जिस चाकू से आपको मारा गया, वो चाकू आपने ही उसे उधार दिया था।
इसलिए "ना" कहना सीखें और अपनी सीमाओं को तय करें।
7. जब तक आप कमाने नहीं लगते, लोग आपका मज़ाक उड़ाएंगे।
हार मत मानो, मेहनत करते रहो।
8. थोड़े समय की मौज-मस्ती छोड़ दो, ताकि स्थाई सफलता हासिल हो सके।
यही असली जीत है।
9. जहां पुरुष मेहनत छोड़कर सिर्फ़ सुख या शराब के पीछे भागते हैं,
वो समाज उपभोगवाद और नारीवादी प्रभाव का शिकार हो जाता है।
वहां अपराध, भ्रष्टाचार, हिंसा और नैतिक पतन आम हो जाता है।
10. एक पुरुष जो बैठकर देख सकता है, वह स्त्री पेड़ पर चढ़कर भी नहीं देख सकती।
(यह जीवन के अनुभव की बात है।)
11. खिड़की से पेशाब केवल पुरुष कर सकता है।
(यह एक व्यंग्य है, शक्ति के प्रतीक के रूप में।)
12. वो जानती है कि सेक्स की चाबी उसके पास है,
लेकिन अगर आप ये भूल जाएं कि रिश्ते की चाबी आपके पास है,
तो वह आपको सज़ा देने में देर नहीं करेगी।
स्त्रियाँ कमजोर और दिशाहीन पुरुषों को सज़ा देने में माहिर होती हैं।
13. स्त्रियाँ पुरुष की जरूरतमंदी और चिपकूपन को तुरंत पहचान लेती हैं।
फिर वह आपके गले में विकल्पों की डोरी बांधकर आपको घुमाना शुरू कर देती है।
स्त्री की गुलामी मत करो।
14. सच्ची चाहत कभी मोलभाव से नहीं मिलती।
अगर आपको उसका ध्यान पाने के लिए भीख मांगनी पड़े, तो रिश्ता खत्म समझो।
15. (दोहराव जानबूझकर है, क्योंकि बात गहरी है)
अगर आप उसे खोने से डरते हो, तो आप पहले ही हार चुके हो।
वो डरे, आप नहीं।
16. जो स्त्रियाँ खुद कुछ नहीं कर रहीं, काम नहीं कर रहीं, लेकिन बेवजह शर्तें थोप रही हैं, उन्हें अपनी ज़िंदगी में जगह मत दो।
17. तत्काल आनंद (डोपामीन) के लिए अपनी गरिमा को मत गिराओ।
18. कभी-कभी बुरे दिन ही अच्छे दिनों की अहमियत सिखाते हैं।
19. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, ज़िंदगी छोटी-छोटी गलतियों की भी बड़ी सज़ा देती है।
20. जब आप डिप्रेशन में हों, तो सबसे अच्छा काम है—हकीकत को स्वीकार करना।
यह कठिन है, लेकिन सच्चाई से लड़ना नहीं है, उसे अपनाना है।
---
कक्षा समाप्त।
मजबूत बनो, सजग रहो, और राजा की तरह सोचो।