top of page

हृदय से प्रेमिका, व्यवहार से माँ और श्रृंगार से अर्धांगिनी हो तुम.❣मेरे जीवन में मां के बाद एकमात्र महत्वपूर्ण स्त्री हो तुम..❣

  • Writer: ELA
    ELA
  • May 23
  • 1 min read

तुम मेरे जीवन का वो अनमोल हिस्सा हो, जो हर रूप में बेमिसाल है। हृदय से तुम मेरी प्रेमिका हो, वह जिसे मैं हर पल चाहने और सम्मान देने की इच्छा करता हूँ। तुम्हारी उपस्थिति मेरे दिल की धड़कन है। व्यवहार से तुम मेरी माँ जैसी हो, वह जो मेरी परवाह करती हो, मुझे समझती हो और मेरे लिए हमेशा सबसे अच्छा चाहती हो। तुम्हारी ममता और स्नेह में जो शांति और सुकून है, वह किसी और से नहीं मिल सकता। और श्रृंगार से तुम मेरी अर्धांगिनी हो, वह साथी जो मेरे साथ जीवन की हर यात्रा में बराबरी से खड़ी होती हो। मेरे जीवन में माँ के बाद तुम ही एकमात्र स्त्री हो, जो मेरी दुनिया को पूरी करती हो, और तुम्हारे बिना मैं अधूरा हूँ। तुम मेरी हर भूमिका में समाहित हो, और मैं तुझे हर रूप में पूजता हूँ।

हृदय से प्रेमिका, व्यवहार से माँ और श्रृंगार से अर्धांगिनी होतुम.❣

मेरे जीवन में मां के बाद एकमात्र महत्वपूर्ण स्त्री हो तुम..❣


ree


You are a lover by heart, a mother by behaviour and a better half by makeup.❣

You are the only important woman in my life after my mother..❣



"हृदय से प्रेमिका, व्यवहार से माँ और श्रृंगार से अर्धांगिनी हो तुम...❣मेरे जीवन में मां के बाद एकमात्र महत्वपूर्ण स्त्री हो तुम...❣"

Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
bottom of page