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जिंदगी के सफर में कभी स्टेशनों से दिल नहीं लगाते.!वरना सफर का मजा किरकिरा हो जाता है..!!❣️

  • Writer: ELA
    ELA
  • Jun 4
  • 1 min read

"जिंदगी के सफर में कभी स्टेशनों से दिल नहीं लगाते, वरना सफर का मजा किरकिरा हो जाता है" — ये पंक्तियाँ जीवन की अनिश्चितता और निरंतरता को खूबसूरती से समझाती हैं। जीवन एक सफर है, जिसमें कई पड़ाव आते हैं — कुछ सुखद, कुछ कठिन। लेकिन अगर हम किसी एक मोड़, एक रिश्ता, या एक पल से इतना जुड़ जाएँ कि आगे बढ़ना ही भूल जाएँ, तो हम उस पूरे सफर की सुंदरता खो बैठते हैं। स्टेशन ठहराव के लिए होते हैं, मंज़िल के लिए नहीं। इसलिए ज़रूरी है कि हम हर पड़ाव को अनुभव करें, सीखें, लेकिन वहीं रुक न जाएँ। सफर तभी खूबसूरत बनता है जब हम चलना नहीं छोड़ते।



जिंदगी के सफर में कभी स्टेशनों से दिल नहीं लगाते.!
वरना सफर का मजा किरकिरा हो जाता है..!!❣️


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जिंदगी के सफर में कभी स्टेशनों से दिल नहीं  लगाते.!
वरना सफर का मजा किरकिरा हो जाता है..!!❣️

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