किसी इंसान को
- ELA
- Jun 23
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किसी इंसान को या उसकी प्रायोरिटी को कभी सस्ता मत समझिए। हर किसी की ज़िंदगी की अपनी दिशा, अपने महत्व और अपनी प्राथमिकताएँ होती हैं। जो चीज़ आपके लिए मामूली है, वो किसी और के लिए बहुत कीमती हो सकती है। हर इंसान की एक आत्म-सम्मान होती है, जिसे नजरअंदाज करना सिर्फ़ उसे नहीं, बल्कि आपके रिश्ते को भी चोट पहुँचाता है। और क्या आपको नहीं लगता? हर दिल के भीतर एक नरम कोना होता है — जो बस समझे जाने की उम्मीद करता है, नज़रअंदाजी नहीं। इसलिए किसी की चुप्पी को कमजोरी न समझें और किसी की प्राथमिकता को नज़रअंदाज़ न करें, क्योंकि असली रिश्ता तभी टिकता है जब आप सामने वाले की भावना को भी अपनी तरह अहमियत दें।
किसी इंसान को,
या उसकी प्रायोरिटी को कभी सस्ता मत समझिए.|
हर किसी की एक आत्म-सम्मान होती है, है ना?
हर दिल एक नरम कोना रखता है ना?
Never underestimate a person, or his/her priorities. Everyone has a self-esteem, right? Every heart has a soft corner, right?

किसी इंसान को,
या उसकी प्रायोरिटी को कभी सस्ता मत समझिए.|
हर किसी की एक आत्म-सम्मान होती है, है ना?
हर दिल एक नरम कोना रखता है ना?
हर इंसान की अहमियत होती है, उसकी प्रायोरिटी में मतलबी नज़रिया न ढूँढो।
किसी की प्राथमिकता को छोटा मत समझो, हो सकता है वही उसकी दुनिया हो।
जो तुम्हारे लिए छोटा है, वो किसी के लिए सबकुछ हो सकता है।
हर दिल की अपनी एक कहानी होती है, हर इंसान की अपनी एक इज़्ज़त।
इंसान की खामोशी को उसकी सहमति मत समझो, हो सकता है वो बस सम्मान बचा रहा हो।
हर आत्मा को आदर चाहिए, और हर दिल को थोड़ा समझा जाना।
रिश्तों में सबसे बड़ा नुकसान तब होता है जब हम सामने वाले की अहमियत को नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
किसी की चुप्पी को हल्का न समझो, हो सकता है वो दिल से टूटा हो।
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