top of page

ख्वाहिश थी कि ज़िन्दगी रंग बिरंगी गुज़रे..इत्तेफाक देखिए जितने भी मिले गिरगिट ही मिले..!!

  • Writer: ELA
    ELA
  • Feb 20
  • 1 min read

ख्वाहिश थी कि ज़िन्दगी रंग बिरंगी गुज़रे..

इत्तेफाक देखिए जितने भी मिले गिरगिट ही मिले..!!




ख्वाहिश थी कि ज़िन्दगी रंग बिरंगी गुज़रे..
इत्तेफाक देखिए जितने भी मिले गिरगिट ही मिले..!!

I wanted my life to be colourful..

What a coincidence, whoever I met, they were chameleons..!!



ख्वाहिश थी कि ज़िन्दगी रंग बिरंगी गुज़रे..
इत्तेफाक देखिए जितने भी मिले गिरगिट ही मिले..!!

Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
bottom of page