किसी के जिस्म को रंगने की ख्वाहिश नहीं मेरी,मेरे प्रेम का रंग तुम्हारी रूह तक पहुंचे बस इतनी सी चाहत है मेरी !"♥️
- ELA
- Feb 12
- 1 min read
होली तो हर कोई खेल लेता है,मगर मैं उस प्रेम की होली चाहता हूँजो चेहरे पर नहीं, दिल और रूह पर रंग छोड़ जाए।
मेरा रंग वो नहीं जो बारिश में उतर जाए,मेरा रंग वो है जो आँखों में उतर कर ज़िंदगी भर साथ निभाए।
इस बार होली इश्क़ की होगी,बिना छुए भी महसूस होने वाले एहसासों की होगी।
#रूहानी_प्यार #इश्क़_के_रंग #होली_एहसासों_की #HappyHoli
"किसी के जिस्म को रंगने की ख़्वाहिश नहीं मेरी,मेरे प्रेम का रंग तुम्हारी रूह तक पहुँचे — बस इतनी सी चाहत है मेरी!" ♥️
किसी के जिस्म को रंगने की ख्वाहिश नहीं मेरी,
मेरे प्रेम का रंग तुम्हारी रूह तक पहुंचे बस इतनी सी चाहत है मेरी !"♥️

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